2026 में इस योजना को और मज़बूत किया गया है ताकि अधिक से अधिक गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा और बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके।
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आयुष्मान भारत योजना |
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना है। एलपीजी गैस कनेक्शन से जुड़ी पूरी जानकारी जानने के लिए उज्ज्वला योजना 2.0 की पूरी गाइड यहाँ देखें।
- इसकी शुरुआत 23 सितंबर 2018 को हुई थी।
- इसे दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना कहा जाता है।
- इस योजना के तहत हर पात्र परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है।
- बीमा राशि का उपयोग देशभर के सरकारी और पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज के लिए किया जा सकता है।
2026 में आयुष्मान भारत योजना के मुख्य उद्देश्य
- गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देना।
- गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, किडनी रोग आदि का महंगा इलाज आसान बनाना।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच बढ़ाना।
- अस्पतालों में “कैशलेस और पेपरलेस” इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना।
- गरीब परिवारों पर इलाज के खर्च का आर्थिक बोझ कम करना।
- किसान भाइयों के लिए सरकार की दूसरी बड़ी योजना PM किसान सम्मान निधि योजना की स्थिति यहाँ देखें।
आयुष्मान भारत योजना 2026 में क्या नया है?
- अब योजना का लाभ सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों तक सीमित नहीं है, बल्कि लोअर मिडिल क्लास (LMC) परिवारों को भी शामिल किया गया है।
- बीमा कवर ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹7.5 लाख तक करने पर चर्चा है (कुछ राज्यों ने लागू भी किया)।
- इसमें अब मानसिक स्वास्थ्य उपचार, कैंसर की नई थेरेपी, और डायलिसिस की उन्नत तकनीकें भी शामिल हैं।
- योजना से जुड़ने वाले अस्पतालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
- ऑनलाइन हेल्थ कार्ड की सुविधा दी गई है, जिसे आधार नंबर और मोबाइल OTP से डाउनलोड किया जा सकता है।
- इस योजना की डिटेल जानकारी आप मुफ्त सिलेंडर योजना 2026 लेख में पढ़ सकते हैं।
पात्रता (Eligibility)
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए
ग्रामीण क्षेत्रों में SECC 2011 डेटा के आधार पर पात्रता तय होती है।
- कच्चे मकान में रहने वाले परिवार।
- भूमिहीन मजदूर परिवार।
- अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) परिवार।
- दिव्यांग व्यक्ति या विधवा महिला द्वारा संचालित परिवार।
- बेघर लोग।
शहरी क्षेत्रों के लिए
- रेहड़ी-पटरी वाले मजदूर।
- घरेलू काम करने वाले कर्मचारी।
- चौकीदार, माली, प्लंबर, बिजली मिस्त्री आदि।
- ड्राइवर, रिक्शा चालक, टैक्सी चालक।
- दिहाड़ी मजदूर।
कौन पात्र नहीं है?
- जिनके पास चार पहिया वाहन, ट्रैक्टर या बड़ी संपत्ति है।
- सरकारी कर्मचारी और आयकर दाता।
- पक्के मकान में रहने वाले उच्च वर्गीय लोग।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- परिवार पहचान पत्र (राज्यवार)
- पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल या वोटर कार्ड)
- आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
- ऊर्जा बचत और वैकल्पिक उपायों के लिए सौर ऊर्जा योजना 2026 की पूरी जानकारी यहाँ देखें।
आवेदन प्रक्रिया (Apply कैसे करें?)
- ऑनलाइन पोर्टल पर जाएँ – https://pmjay.gov.in
- “Am I Eligible” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- मोबाइल नंबर और OTP डालकर लॉगिन करें।
- अपना और परिवार का विवरण भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें।
- वेरिफिकेशन के बाद आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड जारी कर दिया जाएगा।
- धोखाधड़ी से बचने के लिए ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड से जुड़ी जानकारी यहाँ पढ़ें।
योजना के लाभ (Benefits)
- ₹5 से ₹7.5 लाख तक का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा।
- 1,500+ बीमारियों और 1,300+ मेडिकल पैकेज का इलाज फ्री।
- देशभर के 25,000+ अस्पतालों में इलाज की सुविधा।
- भर्ती से लेकर ऑपरेशन और दवाइयाँ भी योजना के अंतर्गत।
- किसी भी अस्पताल में इलाज के लिए “कैशलेस और पेपरलेस” सेवा।
- महिला स्वास्थ्य और मातृत्व सेवाओं पर विशेष ध्यान।
- बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए प्राथमिकता।
- कोरोना, डेंगू, किडनी ट्रांसप्लांट जैसी बीमारियों का इलाज शामिल।
- पानी की सरकारी योजना जानने के लिए जल जीवन मिशन की पूरी जानकारी यहाँ देखें।
योजना से मिलने वाले लाभार्थियों की संख्या
- 2025 तक 55 करोड़ से अधिक लोग इस योजना के अंतर्गत आ चुके हैं।
- 2026 में यह संख्या 60 करोड़ तक पहुँचने का लक्ष्य है।
- रोजाना लगभग 50,000+ मरीज इसका लाभ लेते हैं।
- घर बनाने के लिए सरकार की मदद पाने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना गाइड यहाँ देखें।
आयुष्मान भारत योजना और चुनौतियाँ
हालाँकि योजना बहुत प्रभावी है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- ग्रामीण इलाकों में लोगों को जानकारी की कमी।
- अस्पतालों की संख्या अभी भी पर्याप्त नहीं है।
- कई बार अस्पताल मरीजों को योजना के अंतर्गत भर्ती करने से कतराते हैं।
- तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से गोल्डन कार्ड बनने में देरी।
समाधान और सुधार
- 2026 में सरकार ने हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप लॉन्च किए हैं।
- “आयुष्मान मित्र” केंद्र हर अस्पताल में बनाए जा रहे हैं।
- अधिक निजी अस्पतालों को योजना से जोड़ने पर जोर।
- ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र को और मज़बूत किया गया है।
योजना की पृष्ठभूमि
भारत में स्वास्थ्य सेवाएँ लंबे समय से असमान रूप से वितरित रही हैं।
- शहरों में बड़े-बड़े अस्पताल और सुपर स्पेशियलिटी सेंटर उपलब्ध हैं।
- वहीं गाँवों और कस्बों में आज भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) तक सीमित सुविधाएँ हैं।
- निजी अस्पतालों में इलाज इतना महँगा है कि गरीब परिवार उसका खर्च नहीं उठा सकते।
इन्हीं परिस्थितियों को बदलने के लिए आयुष्मान भारत जैसी योजना लागू की गई। यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है, जिससे करोड़ों परिवारों को लाभ मिल रहा है।
आयुष्मान भारत योजना 2026 की मुख्य विशेषताएँ
- फ्री हेल्थ कवर – प्रति परिवार सालाना ₹5 लाख से बढ़ाकर अब कई राज्यों में ₹7.5 लाख तक।
- कवरेज सीमा नहीं – परिवार के सदस्यों की कोई सीमा नहीं है, यानी पूरे परिवार को लाभ।
- कैशलेस और पेपरलेस सुविधा – अस्पताल में भर्ती से डिस्चार्ज तक कोई भुगतान नहीं करना होता।
- देशभर में मान्य – 25,000+ से अधिक अस्पतालों में इलाज की सुविधा।
- बीमारियों का विस्तृत दायरा – 1,500 से अधिक गंभीर बीमारियों का इलाज।
- महिलाओं और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान – मातृत्व, नवजात शिशु और बुजुर्ग रोगों की विशेष देखभाल।
- पोर्टेबिलिटी – कोई भी लाभार्थी देश के किसी भी राज्य में जाकर योजना का लाभ उठा सकता है।
पात्रता (Eligibility Criteria)
ग्रामीण क्षेत्रों में पात्रता
- कच्चे मकान में रहने वाले परिवार।
- भूमिहीन मजदूर और दिहाड़ी करने वाले लोग।
- अनुसूचित जाति/जनजाति (SC/ST) के परिवार।
- बेघर लोग या झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले।
- दिव्यांग या विधवा महिला द्वारा संचालित परिवार।
शहरी क्षेत्रों में पात्रता
- रेहड़ी-पटरी लगाने वाले लोग।
- रिक्शा चालक, टैक्सी चालक, ऑटो ड्राइवर।
- घरेलू कामगार, माली, चौकीदार।
- दिहाड़ी मजदूर, राजगीर, प्लंबर, बिजली मिस्त्री।
- निर्माण मजदूर।
अपात्र (Not Eligible)
- जिनके पास चार पहिया वाहन या ट्रैक्टर है।
- सरकारी कर्मचारी और आयकर दाता।
- पक्के मकान और बड़ी संपत्ति वाले लोग।
- व्यापारिक प्रतिष्ठान या बड़ी कंपनी चलाने वाले परिवार।
लाभ (Benefits)
स्वास्थ्य बीमा
- सालाना ₹5-7.5 लाख तक का बीमा।
- परिवार के सभी सदस्यों के लिए बिना सीमा।
मुफ्त इलाज
- 25,000+ अस्पतालों में मुफ्त इलाज।
- भर्ती से लेकर दवाइयाँ और ऑपरेशन तक शामिल।
शामिल बीमारियाँ
- हृदय रोग (Heart Disease)
- किडनी डायलिसिस और ट्रांसप्लांट
- कैंसर का इलाज
- न्यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक सर्जरी
- प्रसव और मातृत्व सेवाएँ
- बच्चों की बीमारियाँ
- गंभीर संक्रमण (जैसे TB, डेंगू, कोरोना आदि)
वास्तविक उदाहरण
- उत्तर प्रदेश के एक किसान को दिल की सर्जरी के लिए ₹3 लाख का खर्च आ रहा था। आयुष्मान कार्ड से यह इलाज पूरी तरह मुफ्त हुआ।
- बिहार की एक महिला ने कैंसर का इलाज आयुष्मान योजना से करवाया, जिससे उसके परिवार को भारी आर्थिक संकट से बचाया गया।
- मध्य प्रदेश के मजदूर के बेटे को किडनी डायलिसिस की ज़रूरत थी, जो हर महीने ₹20,000 का खर्च था। आयुष्मान योजना ने यह बोझ पूरी तरह हटा दिया।
राज्यवार अपडेट 2026
- उत्तर प्रदेश – 3 करोड़ से अधिक परिवार शामिल।
- बिहार – ग्रामीण इलाकों में विशेष हेल्थ कैंप लगाए जा रहे हैं।
- महाराष्ट्र – निजी अस्पतालों की संख्या सबसे अधिक।
- राजस्थान – बीमा सीमा ₹10 लाख तक कर दी गई है।
- केरल और तमिलनाडु – आयुष्मान कार्ड को राज्य की स्वास्थ्य योजनाओं से जोड़ा गया है।
चुनौतियाँ और समाधान
चुनौतियाँ
- ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी की कमी।
- अस्पतालों का सहयोग न करना।
- तकनीकी खामियाँ।
- धोखाधड़ी के मामले।
समाधान
- गाँव-गाँव जागरूकता अभियान।
- हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप।
- अस्पतालों पर सख्त निगरानी।
- ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली।
हेल्पलाइन नंबर
- राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर – 14555
- आयुष्मान भारत टोल-फ्री नंबर – 1800-111-565
- वेबसाइट – pmjay.gov.in
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. आयुष्मान भारत योजना का लाभ कितने लोग उठा सकते हैं?
👉 पूरे परिवार के सभी सदस्य।
Q2. क्या इसमें प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं?
👉 हाँ, जो अस्पताल योजना से पैनल में जुड़े हैं।
Q3. गोल्डन कार्ड बनने में कितना समय लगता है?
👉 सामान्यतः 7-10 दिन।
Q4. क्या इसमें पहले से चल रहे इलाज का खर्च मिलता है?
👉 केवल योजना में शामिल बीमारियों का कवर है।
Q5. अगर आधार कार्ड नहीं है तो क्या योजना का लाभ मिलेगा?
👉 आधार अनिवार्य है, लेकिन वेरिफिकेशन अन्य दस्तावेज़ से भी हो सकता है।
भविष्य की संभावनाएँ
सरकार का लक्ष्य है कि 2027 तक:
- योजना को पूरे 100 करोड़ लोगों तक पहुँचाया जाए।
- बीमा कवर को ₹10 लाख तक बढ़ाया जाए।
- टेलीमेडिसिन और ऑनलाइन कंसल्टेशन को भी शामिल किया जाए।
- हर गाँव में “आयुष्मान मित्र” केंद्र खोले जाएँ।
निष्कर्ष
आयुष्मान भारत योजना 2026 गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना ने करोड़ों लोगों को बेहतर इलाज और जीवन की नई उम्मीद दी है। सरकार लगातार इसमें सुधार कर रही है ताकि स्वास्थ्य सेवाएँ हर व्यक्ति तक पहुँच सकें।
अगर आप भी पात्र हैं तो तुरंत अपना आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनवाएँ और निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाएँ।
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