पढ़ाई में आलस दूर करने के उपाय | 2026 में मन लगाकर पढ़ने के तरीके

हर स्टूडेंट के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब किताब खोलने का मन नहीं करता। पढ़ाई शुरू करते ही नींद आने लगती है, ध्यान बार-बार भटक जाता है, और मोबाइल या टीवी ज़्यादा आकर्षक लगने लगता है। यही आलस (Laziness) धीरे-धीरे आपकी पढ़ाई और करियर दोनों को प्रभावित करता है।

लेकिन सवाल है —
👉 आलस आता क्यों है?
👉 इसे कैसे खत्म किया जा सकता है?

दरअसल, आलस कोई बीमारी नहीं बल्कि मन की एक स्थिति (mental state) है, जो तब आती है जब हमारा दिमाग थका हुआ, बोर या बिना उद्देश्य के होता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि पढ़ाई में आलस क्यों आता है और उसे दूर करने के सबसे असरदार उपाय क्या हैं।

पढ़ाई में आलस दूर करने के उपाय | 2026 में मन लगाकर पढ़ने के तरीके
पढ़ाई में आलस दूर करने के उपाय

1: पढ़ाई में आलस आने के मुख्य कारण

1.1 स्पष्ट लक्ष्य की कमी

अगर आपको यह नहीं पता कि पढ़ाई क्यों करनी है, तो दिमाग पढ़ाई को बोझ समझने लगता है। बिना लक्ष्य के की गई पढ़ाई बेमतलब लगती है और मन उसमें नहीं लगता।

1.2 समय प्रबंधन की कमी

जब समय सही तरीके से तय नहीं होता, तो स्टूडेंट्स या तो ज़्यादा टेंशन में आ जाते हैं या फिर टालमटोल करते रहते हैं। “कल से पढ़ूंगा” कहकर समय निकल जाता है।

1.3 मोबाइल और सोशल मीडिया का अत्यधिक प्रयोग

फोन नोटिफिकेशन, रील्स और गेम्स का आकर्षण पढ़ाई से ध्यान भटकाता है। जितना समय पढ़ाई के लिए देना चाहिए, उतना मोबाइल खा जाता है।

1.4 नींद की कमी या गलत दिनचर्या

नींद पूरी न होने से दिमाग सुस्त रहता है। देर रात तक जागने या सुबह देर से उठने की आदत से एनर्जी लेवल गिर जाता है।

1.5 गलत वातावरण

अगर आपके आसपास शोर, टीवी, मोबाइल या बातूनी लोग हैं तो पढ़ाई का फोकस कम हो जाता है। मन भटकता है और आलस बढ़ता है।

1.6 नकारात्मक सोच

“मैं नहीं कर पाऊँगा”, “मुझसे नहीं होगा” जैसी सोच आत्मविश्वास तोड़ देती है। यह मानसिक थकान और आलस दोनों को बढ़ाती है।

2: पढ़ाई में आलस दूर करने के असरदार उपाय

अब जानते हैं पढ़ाई में मन लगाने और आलस भगाने के 15 पक्के उपाय 👇

🏁 2.1 अपने लक्ष्य (Goal) को तय करें

सबसे पहले यह तय करें कि आप क्या बनना चाहते हैं।
जैसे – डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर या सरकारी अधिकारी।
फिर उस लक्ष्य को अपने कमरे में लिखकर चिपका दें।
👉 हर दिन उसे देखकर अपने अंदर मोटिवेशन जगाइए।
स्पष्ट लक्ष्य = मन में दिशा और ऊर्जा।

🕰️ 2.2 पढ़ाई का टाइम टेबल बनाएं

आलस तब बढ़ता है जब काम बेतरतीब होता है।
एक व्यवस्थित टाइम टेबल बनाइए जिसमें पढ़ाई, नींद, और मनोरंजन – सबका संतुलन हो।
उदाहरण:

  • सुबह 6–8 बजे: कठिन विषय
  • 8–9 बजे: नाश्ता और तैयार होना
  • दोपहर: हल्के विषय
  • रात: रिवीजन

⏳ हर घंटे के बाद 5–10 मिनट का छोटा ब्रेक ज़रूर लें।

🌞 2.3 सुबह पढ़ने की आदत डालें

सुबह का समय दिमाग के लिए सबसे एक्टिव माना जाता है।
इस वक्त वातावरण शांत होता है और याददाश्त तेज़ रहती है।
सुबह 4 से 7 बजे तक की पढ़ाई “गोल्डन टाइम” मानी जाती है।

💧 2.4 पानी ज़्यादा पिएं और हेल्दी डाइट लें

डिहाइड्रेशन और गलत खानपान से शरीर सुस्त हो जाता है।
फल, सलाद, दूध और हल्का खाना लें।
भारी, तला-भुना या मीठा भोजन पढ़ाई के समय न लें क्योंकि यह नींद लाता है।

📴 2.5 मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाएं

पढ़ाई के समय मोबाइल को “Silent Mode” या “Airplane Mode” पर रखें।
आप चाहें तो Digital Detox करें — यानी हर दिन 2 घंटे बिना फोन के रहें।

सोशल मीडिया को पढ़ाई पूरी होने के बाद ही इस्तेमाल करें। अगर आप खुद को बदलना चाहते हैं, तो ये 5 किताबें जो आपकी जिंदगी बदल सकती हैं आपको नई दिशा और सोच देंगी।

🪞 2.6 सेल्फ-मोटिवेशन का प्रयोग करें

हर सुबह शीशे में खुद से कहें –

“मैं यह कर सकता हूँ।”
“मेरे सपने पूरे होंगे।”

अपने दिमाग को पॉज़िटिव एनर्जी दीजिए। यह अभ्यास आलस को दूर कर आत्मविश्वास बढ़ाता है। अगर आपको रोज़ मोटिवेशन चाहिए तो स्वामी विवेकानंद के 10 प्रेरणादायक विचार ज़रूर पढ़ें — जो जीवन में आत्मविश्वास और ऊर्जा भर देंगे।

🪑 2.7 सही जगह और माहौल में पढ़ाई करें

शांत और साफ जगह पर पढ़ाई करें।
टेबल-चेयर पर बैठकर पढ़ें, बिस्तर पर नहीं —
क्योंकि बिस्तर आराम और नींद का प्रतीक है, जिससे आलस बढ़ता है।

🎯 2.8 “Pomodoro Technique” अपनाएँ

यह एक शानदार ट्रिक है जिसमें आप –

  • 25 मिनट पढ़ाई करें
  • 5 मिनट ब्रेक लें
  • 4 राउंड के बाद 15 मिनट का लंबा ब्रेक

यह तरीका दिमाग को थकने नहीं देता और एकाग्रता बढ़ाता है।

📚 2.9 आसान से कठिन विषय की ओर बढ़ें

शुरुआत में सरल टॉपिक पढ़ें ताकि दिमाग वार्म-अप हो जाए।
फिर धीरे-धीरे कठिन विषयों की ओर बढ़ें।
इससे आत्मविश्वास बना रहता है और आलस नहीं आता।

🎵 2.10 हल्का म्यूजिक सुनें या मेडिटेशन करें

अगर मन भटक रहा है तो 5 मिनट शांत बैठें या रिलैक्सिंग म्यूजिक सुनें।
यह दिमाग को तरोताज़ा करता है और फोकस बढ़ाता है।

🧘‍♂️ 2.11 योग और प्राणायाम करें

हर सुबह 15 मिनट अनुलोम-विलोम, कपालभाति, और सूर्य नमस्कार करने से शरीर एक्टिव रहता है।
यह मानसिक ऊर्जा बढ़ाता है और सुस्ती कम करता है।

🏃‍♂️ 2.12 थोड़ी देर टहलें या व्यायाम करें

लगातार बैठे रहने से शरीर थक जाता है।
हर 2 घंटे बाद 5–10 मिनट टहलें।
यह ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और नींद दूर करता है।

📅 2.13 दिन के छोटे लक्ष्य बनाएं

हर दिन के लिए “Mini Goals” तय करें।
जैसे —

  • आज गणित का एक अध्याय
  • आज अंग्रेजी के 20 शब्द याद करने हैं

छोटे लक्ष्य पूरे होने पर आत्मविश्वास बढ़ता है और आलस खत्म होता है। हर सफलता के पीछे संघर्ष छिपा होता है — पढ़िए संघर्ष से सफलता तक की कहानी और खुद को प्रेरित करें।

🕯️ 2.14 रिवीजन को मज़ेदार बनाएं

पढ़ाई को गेम की तरह लें।
Flashcards, क्विज़ या ग्रुप डिस्कशन से रिवीजन करें।
जितनी रोचक पढ़ाई होगी, उतनी जल्दी आलस भागेगा।

🌙 2.15 नींद पूरी लें

7–8 घंटे की नींद ज़रूरी है।
नींद पूरी न होने से दिमाग भारी और सुस्त रहता है।
रात में देर तक मोबाइल चलाने की बजाय जल्दी सोएं।

3: मनोवैज्ञानिक (Psychological) ट्रिक्स आलस दूर करने के लिए

3.1 “5 मिनट रूल”

अगर पढ़ाई का मन नहीं है तो खुद से कहिए –

“बस 5 मिनट पढ़ लेता हूँ।”

अक्सर दिमाग शुरुआत में विरोध करता है, लेकिन एक बार शुरू करने के बाद मन लगने लगता है। जब आलस या असफलता आपको रोकने लगे, तो जानिए असफलता से कैसे सीखें — सफलता का असली राज़ इसी में छिपा है।

3.2 “Reward System” अपनाएँ

खुद को इनाम दीजिए —
जैसे, “अगर 2 घंटे पढ़ लिया तो 10 मिनट मोबाइल चलाऊँगा।”
यह Self-Reward सिस्टम दिमाग को मोटिवेट रखता है।

3.3 “Visualisation” तकनीक

अपने लक्ष्य की कल्पना कीजिए।
खुद को उस जगह पर सोचिए जहां आप पहुँचना चाहते हैं — जैसे परीक्षा में टॉपर बनते हुए।
यह Visualization ऊर्जा और उत्साह दोनों बढ़ाता है।

4: स्टूडेंट्स की आम गलतियाँ जो आलस बढ़ाती हैं

  1. पढ़ाई को सज़ा समझना
  2. देर रात तक मोबाइल चलाना
  3. दोस्तों से तुलना करना
  4. खुद पर ज़्यादा दबाव डालना
  5. बिना आराम के लगातार पढ़ाई करना

इन गलतियों से बचें और सीखें कि “पढ़ाई स्मार्ट तरीके से करनी है, न कि केवल लंबा समय लगाना है।” असली सफलता वही है जो कठिनाइयों से निकलकर मिले — जानिए एक चायवाले से प्रधानमंत्री तक का सफर और प्रेरणा लें।

5: जब मोटिवेशन कम हो जाए तब क्या करें?

  • किसी प्रेरणादायक व्यक्ति की बायोग्राफी पढ़ें।
  • YouTube पर Motivational Speech सुनें।
  • दोस्तों या परिवार से अपने लक्ष्य पर बात करें।
  • एक नोटबुक में लिखें — “मैं क्यों पढ़ रहा हूँ?”
    यह खुद को याद दिलाने का सबसे शक्तिशाली तरीका है।

6: महान लोगों के विचार

“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”
स्वामी विवेकानंद

 जानिए ऐसे ही महापुरुषों की प्रेरक कहानियाँ जिन्होंने कठिन हालात में भी हार नहीं मानी।

“सफलता आलसी के पास नहीं जाती, वह मेहनती के पैरों में झुकती है।”
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम

“थोड़ा-थोड़ा रोज़ पढ़ो, क्योंकि निरंतरता ही सफलता की कुंजी है।”
चाणक्य नीति

7: वास्तविक जीवन उदाहरण

रवि कुमार, गाँव का एक साधारण छात्र था जो हमेशा मोबाइल में लगा रहता था।
10वीं में फेल हुआ तो उसने ठान लिया कि अब खुद को बदलेगा।
उसने टाइम टेबल बनाया, सोशल मीडिया छोड़ा, और हर दिन लक्ष्य तय किया।
1 साल बाद उसने न केवल पास किया बल्कि डिस्ट्रिक्ट टॉपर बना।

👉 सबक: अगर मन बना लो तो कोई आलस नहीं टिक सकता। जैसे रवि ने मेहनत से सफलता पाई, वैसे ही पढ़िए एक किसान की सफलता की कहानी — जो बताती है कि लगन से कुछ भी संभव है।

8: पढ़ाई को रुचिकर (Interesting) कैसे बनाएं?

  • विषय को कहानियों और उदाहरणों से जोड़ें
  • Mind Maps बनाएं
  • Notes को रंगीन पेन से लिखें
  • पढ़ाई के साथ थोड़ी क्रिएटिविटी जोड़ें
  • वीडियो लेक्चर या एनिमेशन से समझें

जितनी दिलचस्प पढ़ाई बनेगी, उतनी ही जल्दी दिमाग उसे अपनाएगा।

🔖 बोनस टिप्स (Quick Recap)

क्र. उपाय असर
1 स्पष्ट लक्ष्य बनाएं मोटिवेशन बढ़ेगा
2 टाइम टेबल बनाएं अनुशासन आएगा
3 सुबह पढ़ें दिमाग एक्टिव रहेगा
4 मोबाइल दूर रखें ध्यान केंद्रित रहेगा
5 योग और व्यायाम करें शरीर फुर्तीला बनेगा
6 5 मिनट रूल अपनाएँ शुरुआत आसान होगी
7 छोटे लक्ष्य तय करें आलस घटेगा
8 पूरी नींद लें ऊर्जा बनी रहेगी

🌻 अंतिम संदेश

पढ़ाई में आलस आना स्वाभाविक है,
लेकिन जो अपने सपनों को ज़्यादा बड़ा मानता है, वो आलस को छोटा कर देता है।
हर सुबह नई शुरुआत करें,
क्योंकि —

“कल नहीं, आज ही पढ़ना शुरू करें,
सफलता बस कुछ पन्नों की दूरी पर है।”

FAQ: पढ़ाई में आलस दूर करने से जुड़े आम सवाल

Q1. पढ़ाई का मन नहीं लगता तो क्या करें?

👉 शुरुआत 5 मिनट से करें, आसान टॉपिक से शुरू करें और धीरे-धीरे गति बढ़ाएं। मन लगना शुरू हो जाएगा।

Q2. आलस सबसे ज़्यादा कब आता है?

👉 जब लक्ष्य स्पष्ट नहीं होता, नींद पूरी नहीं होती या मोबाइल पर समय ज़्यादा बिताया जाता है।

Q3. पई के लिए दिन का कौन-सा समय सबसे अच्छा है?

👉 सुबह 4 से 7 बजे और शाम 6 से 9 बजे पढ़ाई के लिए सबसे बेहतर माने जाते हैं।

Q4. क्या योग और प्राणायाम से आलस दूर होता है?

👉 हाँ, योग और प्राणायाम शरीर में ऑक्सीजन और ऊर्जा बढ़ाते हैं जिससे सुस्ती कम होती है।

Q5. लगातार पढ़ाई करते-करते थकान आ जाए तो क्या करें?

👉 हर घंटे 5–10 मिनट का ब्रेक लें, थोड़ी देर टहलें या पानी पिएं। फिर दोबारा पढ़ना शुरू करें।

Q6. मोबाइल से ध्यान कैसे हटाएँ?

👉 पढ़ाई के समय मोबाइल को Airplane Mode पर रखें या किसी अन्य कमरे में रख दें। “Digital Detox” अपनाएँ।

Q7. क्या संगीत सुनते हुए पढ़ाई करना सही है?

👉 हल्का इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक या मेडिटेशन म्यूजिक सुनना ठीक है, पर गानों के बोल ध्यान भटका सकते हैं।

Q8. रात में पढ़ना अच्छा है या सुबह?

👉 यह आपकी आदत पर निर्भर करता है, लेकिन सुबह का समय दिमाग के लिए सबसे ताज़ा और सक्रिय होता है।

Q9. क्या ज़्यादा सोने से आलस बढ़ता है?

👉 हाँ, 7-8 घंटे से ज़्यादा नींद शरीर को और सुस्त बना देती है। संतुलित नींद सबसे बेहतर होती है।

Q10. पढ़ाई में लगातार मोटिवेशन कैसे बनाए रखें?

👉 हर दिन अपने लक्ष्य को याद करें, प्रेरक विचार पढ़ें और छोटे-छोटे लक्ष्य पूरे करें। सफलता आपको प्रेरित रखेगी।

🌺 निष्कर्ष (Conclusion)

आलस एक मानसिक अवरोध है, जो हर किसी को कभी न कभी घेरता है।
लेकिन जो व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहता है, वह इस आलस को तोड़कर सफलता की ओर बढ़ता है।

याद रखें —

“मन जितना मजबूत होगा, आलस उतना ही कमजोर होगा।”

अगर आप ऊपर बताए गए उपायों को रोज़मर्रा की जिंदगी में अपनाते हैं तो निश्चित रूप से पढ़ाई में मन लगेगा और सफलता आपके कदम चूमेगी। 🌟

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